पूर्वी भारत चार्टर्ड अकाउंटेंट्स छात्र संघ (EICASA) और आईसीएआई पूर्वी भारत क्षेत्रीय परिषद (EIRC) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित राष्ट्रीय सीए छात्र सम्मेलन 2025 का भव्य उद्घाटन आज बिस्वा बांग्ला कन्वेंशन सेंटर, न्यू टाउन, कोलकाता में हुआ।
“आरआरआर रिटर्न्स – रीस्किल, रिज़ॉल्व, रीजॉयस” थीम पर आधारित यह दो दिवसीय सम्मेलन 4500 से अधिक सीए छात्रों की उपस्थिति और प्रेरक वक्ताओं की मौजूदगी के साथ एक ऐतिहासिक प्रारंभ बना।
उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे:
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भारत सरकार के माननीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार,
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इमामी लिमिटेड के उपाध्यक्ष एवं एमडी श्री हर्षवर्धन अग्रवाल,
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केंट आरओ सिस्टम के संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ. महेश गुप्ता,
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ICAI के परिषद सदस्य सीए रवि कुमार पटवा,
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EIRC के अध्यक्ष सीए विष्णु के. तुलस्यान,
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और EICASA अध्यक्ष एवं EIRC उपाध्यक्ष सीए मयूर अग्रवाल।
मुख्य अतिथि डॉ. सुकांत मजूमदार ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा,
“शिक्षा एक विशेषाधिकार नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है।“
हर्षवर्धन अग्रवाल ने कहा,
“विरासत हमारी नींव है, लेकिन नवाचार हमारा भविष्य तय करेगा।“
डॉ. महेश गुप्ता ने छात्रों को उद्देश्य-संचालित करियर की ओर प्रेरित करते हुए अपने जुनून के साथ पूरे दिल से कार्य करने का संदेश दिया।
इस आयोजन का विशेष आकर्षण रहा भारत के पूर्व राष्ट्रपति माननीय श्री राम नाथ कोविंद का आभासी संदेश, जिसमें उन्होंने नैतिकता और साहस पर बल देते हुए कहा:
“वो आवाज़ बनिए जो तब बोले जब बाकी सब चुप हों। नैतिक बने रहिए, तब भी जब यह सबसे कठिन हो।“
EIRC अध्यक्ष सीए विष्णु के. तुलस्यान ने मंच पर उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों का हार्दिक स्वागत करते हुए, हाल में हुए पहलगाम हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी और सभा में दो मिनट का मौन रखा।
EICASA अध्यक्ष सीए मयूर अग्रवाल ने आयोजन की सफलता के पीछे काम करने वाली पूरी टीम की प्रशंसा करते हुए उनके समर्पण और संगठनात्मक कौशल की सराहना की।
सम्मेलन का पहला दिन प्रेरणा, संवाद और उन्नति की भावना से परिपूर्ण रहा, जिसमें छात्रों को विचारशील नेतृत्व, नवाचार, वित्तीय अनुशासन, और डिजिटल युग में पुनः कौशल विकसित करने के लिए दिशा दी गई।
अगले दो दिनों में सम्मेलन में विभिन्न विचारक, उद्योग विशेषज्ञ, डिजिटल शिक्षक और युवा रोल मॉडल अपने अनुभव और अंतर्दृष्टि साझा करेंगे, जिससे “आरआरआर रिटर्न्स” की यात्रा को और अधिक समृद्ध और उद्देश्यपूर्ण बनाया जाएगा।
यह सम्मेलन न केवल छात्रों के लिए एक मंच है, बल्कि भारत के भावी वित्त पेशेवरों के लिए मार्गदर्शन और प्रेरणा का केंद्र भी बन गया है।
