अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर महा ऑल इंडिया मारवाड़ी फेडरेशन द्वारा एक भव्य योग संगोष्ठी का आयोजन शनिवार, 21 जून 2025 को कोलकाता स्थित एम. पी. बिड़ला प्लैनेटोरियम ऑडिटोरियम में किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन Divine Bliss Foundation, रोटरी क्लब ऑफ कासबा, प्रज्ञन फाउंडेशन तथा लायंस क्लब ऑफ कोलकाता मैग्नेट्स के सहयोग से किया गया।
यह संगोष्ठी आध्यात्मिक गुरुओं, बुद्धिजीवियों, स्वास्थ्य विशेषज्ञों एवं समाज के विविध क्षेत्रों से आए प्रतिष्ठित जनों का संगम था, जहाँ योग के शाश्वत महत्व को उजागर किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक एवं मुख्य वक्ता डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल — इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफस्टाइल मेडिसिन के निदेशक एवं महा ऑल इंडिया मारवाड़ी फेडरेशन के उपाध्यक्ष — ने योग के वैज्ञानिक एवं आध्यात्मिक पहलुओं पर गहन प्रकाश डाला। उन्होंने क्रिया योग के माध्यम से आत्मशुद्धि और आत्मबोध की शक्ति को रेखांकित किया और दैनिक जीवन में योग को अपनाने हेतु व्यावहारिक सुझाव दिए।
फेडरेशन के अध्यक्ष श्री विश्वनाथ सुरेका ने सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया तथा संस्था की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक प्रतिबद्धता को दोहराया। महासचिव एडवोकेट श्री किशन किल्ला ने योग के वैश्विक आंदोलन बनने की पृष्ठभूमि पर विचार व्यक्त किए, जबकि उपाध्यक्ष श्री रतनलाल अग्रवाल ने भारत की पारंपरिक ज्ञान-परंपरा को सहेजने के सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
संगोष्ठी में कई विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया। कोलकाता हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट श्री अशोक कुमार धनधानिया ने व्यावसायिक जीवन में स्वास्थ्य एवं संतुलन की भूमिका पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता श्री गिरी सूर्या स्वामी, अध्यक्ष — क्रिया योग वेलनेस आश्रम, ने योग के माध्यम से उच्च चेतना की प्राप्ति के उद्देश्य पर एक प्रभावशाली आध्यात्मिक वक्तव्य दिया।
अन्य गणमान्य अतिथियों में राजस्थान सूचना केंद्र के निदेशक श्री हिंगलाज दान रत्नू, एलायंस क्लब्स इंटरनेशनल के संस्थापक श्री सतीश कुमार लाखोटिया, श्री राम प्रसाद साराफ, श्री सुशील चौधरी, श्री चाँदी बंसल, श्री जे. पी. मुरारका सहित अनेक प्रतिष्ठित जन उपस्थित थे।
इस आयोजन को राष्ट्रीय स्तर पर भी व्यापक सराहना प्राप्त हुई। पश्चिम बंगाल के माननीय राज्यपाल डॉ. सी. वी. आनंद बोस, मेघालय के राज्यपाल श्री फागू चौहान, तथा गुजरात के राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रत सहित कई माननीय व्यक्तियों ने शुभकामनाएँ प्रेषित कीं। केंद्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल, श्री धर्मेंद्र प्रधान, श्री प्रह्लाद जोशी आदि नेताओं ने इस पहल की सराहना की।
संगोष्ठी का समापन अत्यंत प्रेरणादायी रहा, जिसमें योग को केवल एक शारीरिक अभ्यास नहीं, बल्कि एक समग्र जीवन शैली — शांति, सजगता और आत्मबोध से युक्त जीवन की ओर मार्गदर्शन करने वाला पथ बताया गया।
