
14 जनवरी को अशोकनाथ गौरीनाथ शास्त्री स्मृति समिति द्वारा एक साहित्यिक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें श्री श्री त्रैलंग स्वामी के जीवन और योगदान पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया। यह कार्यक्रम श्री बिमान कुमार भट्टाचार्य महाशय के द्वारा आयोजित किया गया था और इसका मुख्य आकर्षण डॉ. दीपक चक्रवर्ती का संबोधन था।
कार्यक्रम का आयोजन श्री बिमान कुमार भट्टाचार्य के घर पर एक सुंदर मंच पर किया गया, जहाँ साहित्य, गीतों और कविताओं की भरमार थी। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका जलांगी की संपादक श्रीमती चिन्मयी बिस्वास को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। उन्होंने अपने भाषण में श्री श्री त्रैलंग स्वामी के योगदान पर प्रकाश डाला और मंच पर “भारत मेरा भारत है” का उद्घोष किया।
साहित्यिक कार्यक्रम में “स्वदेश अमर स्वप्न गो” का एक शानदार प्रदर्शन किया गया, जिसे उपस्थित लोगों ने सराहा। इसके बाद श्री राधेश्याम सरदार, श्री देवव्रत सेन, श्री देबाशीष मजूमदार, श्री विक्रमजीत तालुकदार, श्रीमती संध्या हालदार, श्रीमती अनुराधा हालदार, श्री गोपाल दास और अन्य 25 व्यक्तियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में श्रीमती रूपा गुप्ता, श्री सजल रॉय, श्रीमती सम्पा रॉय और श्री अर्घ्य विकास डे सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया। यह साहित्यिक बैठक रात 9 बजे समाप्त हुई, और उपस्थित सभी लोगों ने इसे एक अविस्मरणीय अनुभव बताया।