प्रख्यात वकील और पद्म श्री नामांकित मीता बनर्जी एक महान परोपकारी हैं।
उन्होंने क्रिसमस मनाने के लिए 25 दिसंबर की पूर्व संध्या पर एक महान मानवीय सामाजिक कल्याण सेवा का प्रदर्शन किया।
मीता ने अपने पति एडवोकेट वरुण राय के साथ आर्थिक रूप से अक्षम वृद्ध पुरुषों और महिलाओं को 1000 से अधिक कंबल वितरित किए।
अपने प्यारे पिता को श्रद्धांजलि के रूप में, मीता ने ‘अशोक बनर्जी फाउंडेशन’ की शुरुआत की, जो हमारे समाज के समग्र विकास पर केंद्रित है।
वह लोगों को अभाव से बचाने में मदद करने के लिए नियमित रूप से कानूनी जागरूकता सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित करते हैं।
मीता स्वास्थ्य जांच शिविरों का वित्तपोषण करती है और बीमार और गरीब लोगों के चिकित्सा खर्चों को कवर करती है।
वह लावारिस शवों के दाह संस्कार का भी ध्यान रखते हैं।