
28 जनवरी 2025 को प्रज्ञान भवन में “पतंजलि अष्टांग योग एवं सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास” विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन डिवाइन ब्लिस फाउंडेशन एवं प्रज्ञान फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से किया गया। संगोष्ठी का संचालन अंतरराष्ट्रीय लाइफस्टाइल मेडिसिन संस्थान के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. एस. बी. नागोरी और एस-व्यासा विश्वविद्यालय, कोलकाता केंद्र के उपाध्यक्ष डॉ. एस. एस. राजपूत उपस्थित रहे। दोनों अतिथियों ने योग के व्यापक लाभों पर प्रकाश डाला और स्वस्थ जीवनशैली में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
डॉ. एस. के. अग्रवाल ने अपने वक्तव्य में पतंजलि अष्टांग योग के आठ अंगों पर विस्तार से चर्चा की और बताया कि कैसे प्रत्येक अंग समग्र व्यक्तित्व विकास और मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करता है। उन्होंने योग के कुछ आसनों का प्रदर्शन किया और प्रतिभागियों को भी अभ्यास करवाया। साथ ही, उन्होंने प्राणायाम के महत्व और इसके स्वास्थ्य लाभों पर भी चर्चा की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने अपनी पुस्तक “भगवद गीता: एक तनाव एवं कष्ट मुक्त जीवन के लिए मार्गदर्शिका” मुख्य अतिथियों को भेंट की, जिससे संगोष्ठी में आध्यात्मिक ज्ञान का भी समावेश हुआ।
संगोष्ठी में उपस्थित प्रतिभागियों ने इसे अत्यंत उपयोगी और ज्ञानवर्धक बताया। इंटरएक्टिव सत्र और प्रायोगिक प्रदर्शनों ने इस कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी और रोचक बना दिया। प्रतिभागियों ने डॉ. अग्रवाल की गहन विशेषज्ञता और इस आयोजन को सफल बनाने के लिए उनके प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें आर. आर. अग्रवाल, डॉ. ए. पी. मौर्य, गीता सिन्हा, मो. बदरुद्दीन, नमिता साहा, अशोक बनर्जी, रत्ना सेन, पी. डी. सेठिया, अनिता साहा, सरिता जायसवाल और कई अन्य शामिल थे।