
प्रसिद्ध पर्वतारोही पियाली बसाक ने 25 मार्च को कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपनी आगामी पर्वतारोहण यात्रा, “शीशपांगमा 2025” के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। पियाली बसाक ने इस अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि यह अभियान दुनिया की चौदहवीं सबसे ऊंची चोटी, शीशपांगमा (26300 फीट), पर चढ़ाई करने का होगा, जो उत्तर में तिब्बत से शुरू होगा।
पियाली ने अपने संदेश में कहा, “पर्वतारोहण मेरा पेशा या लत नहीं है, यह एक ऐसी भावना है जो मेरे अस्थि मज्जा में गहरे प्रवेश कर चुकी है। जब भी मुझे थोड़ा सा भी समय और जगह मिलती है, मेरा मन और आत्मा उस शिखर की ओर दौड़ने लगती है। महिला दिवस के मंच से फिर से साहस और नई उमंग की प्रेरणा मिली, जिसने मुझे एक के बाद एक पंद्रह शिखर अभियानों के अनुभव का सामना करने का हौसला दिया।”
पियाली ने यह भी कहा कि वे इस बार शीशपांगमा अभियान में दो ऐसे पर्वत चोटियों पर अभिनव तरीकों का प्रयोग करेंगी जिन्हें “मृत्यु क्षेत्र” के रूप में जाना जाता है, जैसे एवरेस्ट, ल्होत्से, मकालू, धौलागिरी, मनास्लू, और अन्नपूर्णा। इस अभियान के दौरान उनका लक्ष्य न केवल एक नया रिकॉर्ड स्थापित करना है, बल्कि वह इस यात्रा के माध्यम से विश्व शांति और पर्यावरण जागरूकता का संदेश भी फैलाना चाहती हैं।
उन्होंने यह बताया कि यह अभियान उनके द्वारा मिले अनगिनत प्यार और समर्थन का पूरा सम्मान करता है। इस अभियान के माध्यम से वह 27,000 फीट की ऊंचाई तक पहुंचने का प्रयास करेंगी और सभी दिशाओं में शांति और पर्यावरण के लिए जागरूकता फैलाने की कोशिश करेंगी।
पियाली बसाक की साहसिकता और पर्वतारोहण के प्रति उनकी निष्ठा को सभी ने सराहा है। वह एक प्रेरणा स्रोत हैं और उनके आगामी अभियान को लेकर उत्साह और समर्थन बढ़ता जा रहा है।