
14 फरवरी को रोटरी हॉल में आयोजित सारस्वत संध्या एक अविस्मरणीय शाम साबित हुई। इस विशेष कार्यक्रम में शास्त्रीय संगीत के महान कलाकार राबिन पाल को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साथ ही, ‘ध्रुवसत्य’ पुस्तिका का आधिकारिक विमोचन समारोह भी आयोजित किया गया, जिसमें विशेष अतिथि के रूप में राबिन पाल, शंकर लाल भट्टाचार्य, अनूप मोतीलाल, विश्वजीत मोतीलाल, समर साहा, देबाशीष बसु और अपूर्व गांगुली उपस्थित थे।
इस मौके पर, प्रसिद्ध सितार वादक पंडित ध्रुवज्योति चक्रवर्ती ने अपनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुतियों से दर्शकों को अविस्मरणीय अनुभव प्रदान किया। पंडित चक्रवर्ती ने अपने संगीत के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया, जिससे समाज में इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा को प्रोत्साहन मिला।
तबला वादक पंडित समर साहा और गायिका श्राबंती बसु ने भी अपनी कला से इस कार्यक्रम को और भी भव्य बना दिया। कार्यक्रम की मेज़बानी सुदीप्त मुखर्जी ने की, जिनकी सजीव संवाद और संचालन ने शाम को और भी रंगीन बना दिया।
इस कार्यक्रम के आयोजकों ने बताया कि यह आयोजन समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया था। मंच पर मौजूद कलाकारों की जोड़ी ने इस कार्यक्रम को न केवल संगीत के रूप में बल्कि एक सामाजिक संदेश के रूप में प्रस्तुत किया, जो सभी को जीवन में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझने की प्रेरणा देता है।
इस शानदार संगीत संध्या ने न केवल शास्त्रीय संगीत प्रेमियों को आनंदित किया, बल्कि समाज को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति एक नई दिशा भी दी।