स्लीप एपनिया के मरीजों के लिए CMRI कोलकाता का वेक-अप कॉल: स्वस्थ नींद के लिए पहल

स्लीप एपनिया के मरीजों के लिए CMRI कोलकाता का वेक-अप कॉल: स्वस्थ नींद के लिए पहल

विश्व नींद दिवस के अवसर पर, सीके बिरला अस्पताल, CMRI कोलकाता ने डॉक्टरों और मरीजों के साथ एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया, जिसमें “अच्छी नींद, अच्छा जीवन!” की अवधारणा पर जोर दिया गया। इस सत्र के दौरान स्लीप एपनिया सहायता समूह की शुरुआत की गई और इस गंभीर लेकिन अक्सर निदान न की जाने वाली स्थिति के बारे में जागरूकता फैलाई गई।

स्लीप एपनिया: एक अनदेखी और खतरनाक स्थिति

स्लीप एपनिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें नींद के दौरान व्यक्ति की सांसें रुक जाती हैं, जिससे शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है और महत्वपूर्ण अंगों पर इसका प्रभाव पड़ता है। यह समस्या बहुत अधिक आम है, लेकिन दुर्भाग्यवश इसका निदान बहुत कम मामलों में किया जाता है। समय रहते इसका इलाज न होने पर, स्लीप एपनिया हृदय रोग, स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप, टाइप 2 मधुमेह, मोटापा, और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं जैसे चिंता, अवसाद और संज्ञानात्मक शिथिलता का कारण बन सकता है।

सीएमआरआइ कोलकाता का सक्रिय कदम

सीएमआरआइ कोलकाता के पल्मोनोलॉजी विभाग के निदेशक डॉ. राजा धर और कंसल्टेंट पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. अरूप हलदर ने इस संवादात्मक सत्र के दौरान स्लीप एपनिया के निदान और उपचार पर अपने विचार साझा किए। डॉ. धर ने कहा, “विश्वभर में नींद संबंधी विकार 10% से ज्यादा आबादी को प्रभावित करते हैं। केवल भारत में 200 मिलियन से अधिक लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन अधिकांश का निदान नहीं हुआ है। यह स्थिति न केवल व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि मानसिक और सामाजिक जीवन में भी भारी प्रभाव डालती है।”

स्लीप एपनिया का शीघ्र निदान और उपचार जरूरी

डॉ. अरूप हलदर ने स्लीप एपनिया के खतरों के बारे में बात करते हुए कहा, “स्लीप एपनिया जीवन की लय को बाधित करता है—सांस लेने और सोने के बीच संतुलन को तोड़ता है। इसके खतरों को पहचानना और शीघ्र निदान और उपचार को बढ़ावा देना जरूरी है। चाहे जीवनशैली में बदलाव हो, CPAP थेरेपी हो, या सर्जिकल हस्तक्षेप हो, स्लीप एपनिया का इलाज जीवन के गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक है।”

स्लीप एपनिया सहायता समूह की शुरुआत

स्लीप एपनिया से प्रभावित लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, CMRI कोलकाता ने एक समर्पित स्लीप एपनिया सहायता समूह की शुरुआत की है। इस समूह का उद्देश्य मरीजों को दीर्घकालिक सहायता और सामुदायिक समर्थन प्रदान करना है, ताकि वे स्वस्थ जीवन जी सकें और इस स्थिति से निपटने में मदद प्राप्त कर सकें।

नींद से जुड़ी जागरूकता की आवश्यकता

सीएमआरआइ कोलकाता द्वारा उठाए गए इस कदम से न केवल स्लीप एपनिया के प्रति जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि यह मरीजों को सही उपचार की दिशा में मार्गदर्शन भी करेगा। अगर आप या आपके आसपास कोई व्यक्ति ज़ोर से खर्राटे लेता है, दिन में अत्यधिक थकान महसूस करता है, या रात में घुटन की अनुभूति के साथ जागता है, तो चिकित्सा सहायता लेना महत्वपूर्ण हो सकता है।

स्वस्थ नींद के लिए एक स्वस्थ भविष्य

स्लीप एपनिया जैसी स्थिति से निपटना केवल बेहतर नींद के लिए नहीं, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए भी महत्वपूर्ण है। CMRI कोलकाता का यह कदम इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकता है, जो लाखों भारतीयों की नींद और जीवन की गुणवत्ता में सुधार ला सकता है।

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