अमिटी यूनिवर्सिटी कोलकाता ने आज बिस्वा बांग्ला कन्वेंशन सेंटर में भव्य कॉन्वोकेशन 2025 का सफल आयोजन किया। इस अवसर पर स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टोरल कार्यक्रमों के कुल 2000 से अधिक विद्यार्थियों को डिग्रियाँ प्रदान की गईं। समारोह में अमिटी की शैक्षणिक उत्कृष्टता, नेतृत्व विकास और वैश्विक तैयारियों के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया। प्रतिष्ठित श्री बलजीत शास्त्री अवॉर्ड 23 विद्यार्थियों को उनके असाधारण पारंपरिक और मानवीय मूल्यों के लिए प्रदान किया गया।
कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने पहुंचे आदरणीय चांसलर डॉ. अतुल चौहान, माननीय वाइस-चांसलर डॉ. अशोक के. श्रीवास्तव, तथा सीनियर वाइस-प्रेसीडेंट श्री यू. रामचंद्रन। इस अवसर पर उद्योग जगत की दो प्रमुख हस्तियों—श्री संजीव कृष्णन (चेयरपर्सन, PwC इंडिया) और श्री राहुल एल. कनोडिया (वाइस चेयरमैन एवं सीईओ, Datamatics Global Services Ltd.) को मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया।
अपने संबोधन में चांसलर डॉ. अतुल चौहान ने विद्यार्थियों की दृढ़ता और समर्पण की सराहना करते हुए कहा,
“कॉन्वोकेशन हमें यह याद दिलाता है कि उत्कृष्टता का मार्ग हमेशा संवेदनशीलता और उद्देश्य से होकर गुजरता है। अमिटी के विद्यार्थी बुद्धिमत्ता और नैतिकता—दोनों के साथ नेतृत्व करने की क्षमता दिखा चुके हैं।”
वाइस-चांसलर डॉ. अशोक के. श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों की रूपांतरणकारी शिक्षा-यात्रा की प्रशंसा करते हुए कहा,
“हमारे विद्यार्थी केवल डिग्री लेकर नहीं जाते, बल्कि जिज्ञासा, मूल्य और जटिल दुनिया में सफल होने का दृष्टिकोण भी अपने साथ लेते हैं।”
सीनियर वाइस-प्रेसीडेंट श्री यू. रामचंद्रन ने कहा,
“अमिटी के विद्यार्थियों की वास्तविक सफलता उनकी नवाचार क्षमता और समाज में सार्थक योगदान देने की भावना में निहित है।”
मानद डॉक्टरेट ग्रहण करते हुए श्री संजीव कृष्णन ने उद्देश्यपूर्ण नेतृत्व को अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा,
“प्रगति के लिए न केवल साहसिक विचार, बल्कि जिम्मेदार कार्रवाई भी आवश्यक है।”
सम्मानित श्री राहुल एल. कनोडिया ने टेक्नोलॉजी और मानवता के बीच बढ़ते समन्वय पर प्रकाश डालते हुए कहा,
“भविष्य के नेताओं को चुस्त, नैतिक और तकनीकी रूप से दक्ष होना होगा—और अमिटी अपने विद्यार्थियों में यह गुण सतत विकसित कर रही है।”
अभिभावकों, संकाय सदस्यों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में यह समारोह विश्वविद्यालय के लिए एक गौरवपूर्ण उपलब्धि बन गया, जहां स्नातक अपने व्यावसायिक जीवन की नई यात्रा पर अग्रसर हुए।
अमिटी की वैश्विक दृष्टि के अनुरूप, इस कॉन्वोकेशन में विविधता और समावेशन का भी उत्सव मनाया गया। इसमें भारत के विभिन्न राज्यों और कई देशों के विद्यार्थी शामिल हुए। विश्वविद्यालय ने एक बार फिर यह संकल्प दोहराया कि वह एक ऐसे शैक्षणिक वातावरण का निर्माण करता रहेगा, जहाँ विविध पृष्ठभूमियों से आए विद्यार्थी आपस में सीखें, सहयोग करें और उन्नति करें—आपसी सम्मान और सांस्कृतिक समझ को बढ़ाते हुए।

