फैमिली प्लानिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफपीएआई), कोलकाता शाखा ने अपना 76वां स्थापना दिवस अत्यंत उत्साह, गरिमा और सांस्कृतिक रंग में डूबे माहौल में मनाया। यह कार्यक्रम शेक्सपियर सरणी स्थित नीलांबर बिल्डिंग में स्थित कार्यालय परिसर में आयोजित किया गया, जहां संस्था के इतिहास, सेवा कार्यों और समर्पित कर्मियों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत शाम 3 बजे दीप प्रज्वलन, केक काटने और राष्ट्रीय गान की मधुर प्रस्तुति से हुई, जिसे माउथ ऑर्गन पर इंद्र मंडल ने भावपूर्ण रूप से प्रस्तुत किया।
शाखा प्रबंधक श्री सुप्रतिप मजूमदार ने उद्घाटन भाषण में संस्था की 76 वर्षों की यात्रा, समाज में इसकी भूमिका और वर्तमान गतिविधियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “एफपीएआई केवल परिवार नियोजन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज के जरूरतमंद तबकों को स्वास्थ्य, जागरूकता और सम्मान देने के लिए निरंतर कार्यरत है।”
कार्यक्रम में कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे: डॉ. पार्थ दे (एडीएचएस और डीएफडब्ल्यू), श्री अमित कुमार (सीएसआर निदेशक, आदित्य बिड़ला जनसेवा ट्रस्ट), श्रीमती रंजिता सिन्हा (सचिव, टॉलीगंज रिश्ता गरिमा गृह), श्री किशोर साउ (अध्यक्ष, बीएनपी+), श्री अशरफ अली (निदेशक, राइट ट्रैक), श्री मार्क मोलॉय (सचिव, इंडियन लेप्रोसी मिशन), श्री शकील अहमद (ओसी, शेक्सपियर थाना), प्रोफेसर अरिंदम मुखर्जी (आईआईएसडब्ल्यूबीएम), श्री मोइदुल इस्लाम (मुख्य प्रतिनिधि, आरजीएम न्यूज) और बंगाल ट्रांसमेन कलेक्टिव के सदस्य उज्जन समंता एवं इंद्र मंडल।
इसके अतिरिक्त, पूर्व शाखा प्रबंधक श्री शुभंकर राय, एफपीएआई की अध्यक्ष श्रीमती टिनी दत्ता और उपाध्यक्ष श्रीमती लीना चक्रवर्ती भी उपस्थित रहीं।
अतिथियों के प्रेरणादायक वक्तव्यों के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। पूर्व कर्मचारी सौरेंद्रनाथ मुखर्जी ने भावपूर्ण संगीत प्रस्तुति दी, कविता पाठ किया अनिमेष हमबीर और फिरोजा बीबी गाज़ी ने, जबकि चंदन राय और राहुल डे ने एक मनमोहक युगल नृत्य प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में एफपीएआई के समर्पित कर्मियों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित भी किया गया। पदक प्राप्त करने वालों में शामिल थे: डॉ. सुनील माझी, श्रावणी समंता मुखर्जी, मल्लय कुमार पात्रा, माला घोष, मन्जु बसु, नमिता दास, अनुसूया राय, बिपुल चक्रवर्ती और अमरीना परवीन।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और संस्था के भविष्य के कार्यों के लिए नए संकल्प के साथ किया गया। यह स्थापना दिवस केवल एक समारोह नहीं था, बल्कि सेवा, समर्पण और सामाजिक उत्तरदायित्व का उत्सव था — जो एफपीएआई की भावना को जीवंत रूप में दर्शाता है।
