प्रज्ञान फाउंडेशन एवं ओएम इंटरनेशनल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को प्रज्ञान भवन, कोलकाता में रейки के प्रवर्तक परम पूज्य डॉ. मिकाओ उसुई की जयंती श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाई गई। पूरे कार्यक्रम में भावपूर्ण श्रद्धांजलि, प्रेरक वक्तव्य और रейки की अमूल्य साधना के प्रति गहन कृतज्ञता का वातावरण व्याप्त रहा।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त रейки ग्रैंड मास्टर डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल का उद्बोधन रहा। उन्होंने डॉ. उसुई के जीवन, साधना और योगदान पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस प्रकार उन्होंने जापान के कुरामा पर्वत पर रейки की खोज की और इसे मानवता के कल्याण हेतु समर्पित किया। डॉ. अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि रейки केवल उपचार विधि नहीं बल्कि आत्मबोध, सामंजस्य और आंतरिक जागरण की साधना है, जो व्यक्ति और समाज दोनों को संतुलित एवं स्वस्थ बनाने में सहायक है।
अपने प्रेरक शब्दों में उन्होंने आधुनिक जीवन की भागदौड़ और तनावपूर्ण परिस्थितियों में रейки की बढ़ती प्रासंगिकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि रейки ऊर्जा को संतुलित करती है, मानसिक तनाव को कम करती है और शांति व कल्याण का अनुभव कराती है। उनके वक्तव्य ने उपस्थित जनों को रейки को जीवन में अपनाकर उसके लाभ दूसरों तक पहुँचाने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री विश्वनाथ सुरेका ने प्रज्ञान फाउंडेशन और ओएम इंटरनेशनल फाउंडेशन के इस आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान समाज में, जहाँ तनाव और भौतिकता ने आंतरिक शांति को ढक लिया है, वहाँ रейки जैसी समग्र चिकित्सा पद्धतियाँ अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ऐसे आयोजन अधिक से अधिक लोगों को रейки को जीवन का मार्ग बनाने के लिए प्रेरित करेंगे।
इस अवसर पर स्मारजीत दत्ता, सुजाता घोष, विशाल सुरेका, सोमा सिंह सहित अनेक रейки साधक और विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। सभी ने डॉ. उसुई की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर गहरी श्रद्धा और कृतज्ञता प्रकट की। वातावरण भक्ति और शांति से ओतप्रोत हो गया, जिससे यह आयोजन मात्र स्मरण न रहकर सामूहिक ध्यान, उपचार और एकता का अनुभव बन गया।
अनेक साधकों ने रейки से प्राप्त अपने अनुभव साझा किए— स्वास्थ्य लाभ, संबंधों में सुधार और आध्यात्मिक प्रगति की कहानियों ने कार्यक्रम को और अधिक सार्थक बना दिया।
अंत में प्रज्ञान फाउंडेशन और ओएम इंटरनेशनल फाउंडेशन ने सामूहिक रूप से यह संकल्प लिया कि वे रейки के प्रचार-प्रसार को निरंतर आगे बढ़ाते रहेंगे और डॉ. मिकाओ उसुई द्वारा दिए गए प्रेम, शांति, करुणा और उपचार के संदेश को विश्वभर में फैलाएँगे।
👉 यह आयोजन केवल एक जयंती समारोह नहीं रहा, बल्कि एक गहन आध्यात्मिक संगोष्ठी बनकर रейки चेतना को पुनर्जीवित कर गया और यह स्मरण कराया कि उपचार का आरंभ प्रेम से होता है और वह संपूर्ण सृष्टि को आलिंगन में ले लेता है।
