जलंगी साहित्य पत्रिका और सहजोद्धा मंच की संयुक्त पहल में आयोजित मासिक साहित्य सभा में रचनात्मकता और सुरों का संगम

शुक्रवार, 7 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय जलंगी साहित्य पत्रिका और सहजोद्धा मंच द्वारा आयोजित मासिक साहित्यिक बैठक सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। प्रसिद्ध साहित्यकार ऋषिन मित्रा के मार्गदर्शन और श्रीमती चिन्मयी विश्वास के संचालन में यह कार्यक्रम एक बार फिर कला, साहित्य और संगीत का उत्कृष्ट मंच बनकर उभरा।

शाम 5 बजे आरंभ हुए इस साहित्यिक समारोह ने रात 8 बजे तक उपस्थित जनों को कविता, गीत और भावनाओं की अनूठी यात्रा पर लिए रखा। उद्घाटन में श्रीमती चिन्मयी विश्वास ने अपने मधुर गीत से वातावरण को सुरमय किया। इसके बाद श्री बसंत पाल की काव्य प्रस्तुति ने श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया।

कार्यक्रम आगे बढ़ा तो सीमा मजूमदार और अजंता अड्या ने अपनी सुमधुर संगीत प्रस्तुतियों से सभा में अनुराग भर दिया। श्री तपन मजूमदार की बख्तिता और श्रीमती अजंता आध्या के गीतों ने समागम को और भी जीवंत बना दिया।

नाट्य प्रस्तुति के रूप में श्रीमती कल्पना मंडल ने मंच पर अद्भुत अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सभा में शामिल अन्य प्रमुख प्रतिभागी— आसिष गिरी, रतन कुमार रॉय, बसुदेव दास, रीना रॉय, नृपेन चक्रबर्ती, रतिकांता मालाकार, अनुराधा हालदार और चोबी दास— ने भी अपनी-अपनी रचनाओं और प्रस्तुतियों से कार्यक्रम में नई ऊर्जा जोड़ी।

इसके अलावा चोबी दास, माला दास, सीखा सेन और संपा रॉय द्वारा प्रस्तुत गीतों ने वातावरण को भावुकता और सौम्यता से भर दिया।
अंतिम चरण में कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री रामपद विश्वास ने श्री सजल कुमार रॉय की तबला संगति के साथ गीत प्रस्तुत किया, जिसने सभा को चरम सौंदर्य प्रदान किया।

अध्यक्षीय संबोधन और सभी उपस्थित लोगों द्वारा सामूहिक रूप से गाए गए देशभक्ति गीत के साथ इस साहित्यिक समारोह का समापन हुआ।

यह शाम साहित्य प्रेमियों के लिए एक अविस्मरणीय क्षण बन गई, जहाँ कविता, संगीत, संवाद और सौहार्द—सबने मिलकर एक सुंदर साहित्यिक वातावरण रच दिया।

जलंगी साहित्य पत्रिका और सहजोद्धा मंच की संयुक्त पहल में आयोजित मासिक साहित्य सभा में रचनात्मकता और सुरों का संगम

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