इंडियन सोसाइटी फॉर ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट (ISTD) की कोलकाता चैप्टर द्वारा आयोजित 7वां ईस्टर्न इंडिया रीजनल कॉन्फ्रेंस एवं एग्ज़िबिशन न्यू टाउन स्थित विश्व बांग्ला कन्वेंशन सेंटर में भव्य रूप से प्रारंभ हुआ। दो दिवसीय इस सम्मेलन में व्यवसाय, तकनीक और मानव संसाधन विकास के बदलते परिदृश्यों पर विचार–विमर्श के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ और पेशेवर एक मंच पर आए हैं।
इस वर्ष का थीम — “टेक्नोलॉजी के माध्यम से बदलते कारोबारी परिवेश में सतत मानव केंद्रित विकास” — इस बात पर केंद्रित है कि आधुनिक संस्थान कैसे नवाचार और मानवीय मूल्यों को साथ लेकर टिकाऊ विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। सम्मेलन की चर्चा चार मुख्य स्तंभों पर आधारित है — सस्टेनेबिलिटी, टेक्नोलॉजी, ह्यूमन और बिज़नेस।
उद्घाटन समारोह में कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने शिरकत की। राजनीतिक नेता पर्णेंदु बसु, दोला़ सेन और डॉ. हुमायूं कबीर, साथ ही क्रिकेट प्रशासक स्नेहाशिष गांगुली की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया। शिक्षाविदों, एचआर विशेषज्ञों, तकनीकी विशेषज्ञों और उद्योग जगत के नेताओं ने भी सम्मेलन को समृद्ध बनाया।
मीडिया ब्रीफिंग के दौरान ISTD के नेशनल प्रेसिडेंट अतुल शाह, कोलकाता चैप्टर के चेयरपर्सन राहुल बोस, नेशनल पास्ट प्रेसिडेंट डॉ. नटराज रॉय, तथा एम. के. बर्मन — जो आयोजन समिति के चेयरमैन एवं ISTD कोलकाता के रीजनल वाइस–प्रेसिडेंट हैं — ने सम्मेलन के महत्व और पूर्वी भारत के लर्निंग एवं डेवलपमेंट पर इसके प्रभाव को रेखांकित किया।
इस अवसर पर हॉनी. सेक्रेटरी कौशांबी चक्रवर्ती, वरिष्ठ सदस्य सुकृत शोम, सुदीप चक्रवर्ती, प्रकाश चक्रवर्ती तथा कई अन्य चैप्टरों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे, जिससे कार्यक्रम में सहयोग और सहभागिता की भावना और मजबूत हुई।
पैनल चर्चाओं, प्रदर्शनियों और ज्ञान–विनिमय सत्रों से सुसज्जित यह 7वां ईआईआरसी, भारतीय संगठनों के लिए एक टिकाऊ, तकनीक–प्रेरित और मानव–केन्द्रित भविष्य गढ़ने की दिशा में महत्वपूर्ण मंच सिद्ध हो रहा है।

