पर्यावरण संरक्षण में अतुलनीय योगदान देने वाले पद्मश्री सम्मानित दु:खु माझी को अब पद्मभूषण सम्मान दिलाने की दिशा में पहल कर रही है अखिल भारतीय हिंदू महासभा। संगठन ने घोषणा की है कि वे दु:खु माझी के नाम की सिफारिश आगामी पद्मभूषण पुरस्कार के लिए करेंगे और इसके लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया भी पूरी करेंगे।
गौरतलब है कि पुरुलिया के सुदूर बागमुंडी क्षेत्र में पिछले पाँच दशकों से दु:खु माझी ने 5,000 से अधिक पेड़ लगाए हैं। उनके इस अनोखे प्रयास के लिए उन्हें वर्ष 2024 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री सम्मान से नवाज़ा गया। हालांकि, बहुत कम लोग जानते हैं कि इस सम्मान के लिए उनके नाम की ऑनलाइन अनुशंसा और नामांकन हिंदू महासभा के पश्चिम बंगाल राज्य अध्यक्ष डॉ. चंद्रचूड़ गोस्वामी ने की थी।
हाल ही में हिंदू महासभा के सदस्य जब बागमुंडी में दु:खु माझी से मिलने पहुँचे, तो उनकी आर्थिक स्थिति सामने आई। इसके बाद, नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने दु:खु माझी को घर निर्माण के लिए ₹2 लाख की आर्थिक सहायता दी। इस पर संतोष जताते हुए दु:खु माझी ने डॉ. चंद्रचूड़ गोस्वामी, शुभेंदु अधिकारी और अपने सभी शुभचिंतकों को दिल से धन्यवाद दिया।
दु:खु माझी ने कहा, “अगर डॉ. गोस्वामी पद्मश्री के लिए ऑनलाइन आवेदन न करते, तो मुझे यह सम्मान नहीं मिल पाता। लेकिन इस पुरस्कार से कोई आर्थिक मदद नहीं मिलती, इसलिए शुभेंदु अधिकारी द्वारा दी गई सहायता के लिए भी मैं उनका विशेष रूप से आभारी हूँ।”
डॉ. चंद्रचूड़ गोस्वामी ने कहा कि आज जब दुनिया ग्लोबल वार्मिंग और प्रदूषण जैसी समस्याओं से जूझ रही है, तब दु:खु माझी जैसे लोगों का कार्य समाज के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने बताया कि हिंदू महासभा के सदस्य देबव्रत कुईरी और ऑफिस सेक्रेटरी अनामिका मंडल ने दु:खु माझी से जुड़ी जानकारियाँ एकत्र कर उनके नामांकन में विशेष योगदान दिया, जिसके लिए उन्हें भी उन्होंने हार्दिक धन्यवाद दिया।
अब संगठन का अगला लक्ष्य है — दु:खु माझी को पद्मभूषण दिलाना, ताकि पर्यावरण संरक्षण के इस नायक की गाथा पूरे देश में और अधिक सम्मान के साथ पहुँचे।
