हावड़ा के नया मंदिर के पास संघ श्री मठ मैदान में पैराडाइज पब्लिक सेकेंडरी स्कूल और साल्किया श्री मिश्रा विद्यालय फॉर गर्ल्स द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित वार्षिक खेलकूद उत्सव बड़े उत्साह और जोश के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम में छात्रों ने अलग-अलग आयु वर्ग और कक्षाओं के अनुसार खेलों में हिस्सा लिया और अपने कौशल का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर हावड़ा के विधायक गौतम चौधरी उपस्थित रहे। स्कूल के सेक्रेटरी दिनेश मिश्रा ने उन्हें सम्मानित किया। इसके अलावा विशेष अतिथि के रूप में शिवपुरी अंबिका हिंदी हाई स्कूल के मनोज कुमार मिश्रा उपस्थित थे।
पैराडाइज पब्लिक सेकेंडरी स्कूल की भागीदारी
वेस्ट बंगाल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन पैटर्न पर आधारित अंग्रेजी माध्यम का यह स्कूल संयुक्त शिक्षा प्रदान करता है। स्कूल के सेक्रेटरी दिनेश मिश्रा (लालू जी) द्वारा, स्वर्गीय प्रहलाद मिश्रा के मार्गदर्शन में वर्ष 2017 में इसकी स्थापना की गई थी।
स्कूल की प्रिंसिपल रोमा राय ने बताया कि नर्सरी से लेकर कक्षा 10 तक के छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं में भाग लिया। विजेताओं को सर्टिफिकेट, मेडल और उपयोगी सामग्री देकर सम्मानित किया गया। स्पोर्ट्स टीचर सदीप्ता शाह ने कहा कि खेल बच्चों के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
साल्किया श्री मिश्रा विद्यालय फॉर गर्ल्स की भागीदारी
साल 1967 में स्वर्गीय प्रहलाद मिश्रा द्वारा स्थापित यह विद्यालय ट्रस्ट द्वारा संचालित एक प्रतिष्ठित पुराना स्कूल है। कक्षा 5 से 12 तक की छात्राओं ने विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। विजेता छात्राओं को भी मेडल और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
टीचर इंचार्ज पूनम सिंह की अनुपस्थिति में कार्यकारी टीचर इंचार्ज सुशीला तर्की ने बताया कि खेल बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पूनम सिंह ने छात्रों में दिखाई गई ऊर्जा और उत्साह की सराहना की।
संयुक्त आयोजन और अभिभावकों का सहयोग
दोनों स्कूलों का स्पोर्ट्स उत्सव एक ही मैदान में एक साथ आयोजित किया गया, जिसमें कई प्रकार की खेल प्रतियोगिताएँ कराई गईं। स्कूल के सेक्रेटरी दिनेश मिश्रा (लालू जी) ने पत्रकार धर्मवीर सिंह को बताया कि खेल न केवल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जरूरी है, बल्कि इससे विद्यार्थी पढ़ाई में भी बेहतर ध्यान लगा पाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी सांस्कृतिक या खेल गतिविधि में अभिभावकों का सहयोग बेहद जरूरी होता है, और इस आयोजन में अभिभावकों का उत्साहपूर्ण समर्थन देखने को मिला।
उत्सव का समापन उत्साह, ऊर्जा और विजेताओं के सम्मान के साथ हुआ, जिसने छात्रों के बीच खेल भावना को और मजबूत किया।

