पंचानन व्यायाम समिति, जोराबागान पार्क, उत्तर कोलकाता में ऐतिहासिक कुश्ती अखाड़े में भव्य ‘कुश्ती चैम्पियनशिप 2025’ का आयोजन किया गया। यह आयोजन वेस्ट बंगाल रेसलिंग एसोसिएशन (WBWA) द्वारा लायंस क्लब ऑफ कोलकाता मैग्नेट्स के सहयोग से किया गया, जिसे हेलो कोलकाता (3D न्यूज़ मीडिया) और रोटरी क्लब ऑफ कासबा ने भी समर्थन प्रदान किया। इस प्रतिष्ठित खेल आयोजन को प्रसिद्ध अंग्रेज़ी साहित्यकार लATE प्रो. डॉ. लीना एस. चक्रबर्ती की स्मृति में समर्पित किया गया।
लगभग 70 युवा पहलवान, जिनकी उम्र 5 से 18 वर्ष के बीच थी, इस प्रतियोगिता में भाग लिए। सोवन चक्रबर्ती, मुख्य आयोजक व WBWA के सचिव, ने बताया कि यह प्रतियोगिता युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने और भारतीय पारंपरिक कुश्ती संस्कृति को संरक्षित करने का उद्देश्य लेकर आयोजित की गई थी।
इस आयोजन का विशेष समर्थन लायन प्रो. डॉ. पार्थसारथि चक्रबर्ती, लायंस मैग्नेट्स के अध्यक्ष, ने अपनी दिवंगत पत्नी की याद में किया। उन्होंने कहा कि यह पहल समाज सेवा और खेल के माध्यम से युवाओं के संपूर्ण विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि रहे:
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अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कुश्ती गुरु आशित साहा (वाइस-प्रेसिडेंट, रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया)
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सेवानिवृत्त डी.सी.पी. मनोज दास
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अरुणांशु साहा (वाइस-प्रेसिडेंट, WBWA)
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तकनीकी सलाहकार सुदीप चक्रबर्ती,
साथ ही समाजसेवी मनोज ठाकुर, मौसुमी बसु, संचित दास, तापस चक्रबर्ती, शुभजीत दत्तागुप्ता, प्रकाश किल्ला, समित साहा, अशोक राज बरुई इत्यादि उपस्थित रहे।
प्रतियोगिता का संचालन नंदन देबनाथ ने टुर्नामेंट डायरेक्टर के रूप में किया, जबकि स्वेता दुबे मुख्य रेफरी के पद पर रही। कार्यक्रम को डॉ. नटराज रे (पूर्व अध्यक्ष – ISTD), सोमा चक्रबर्ती (फाउंडर – गुडऐस हॉस्पिटल), सप्तर्षि बिस्वास (MD – नोवेकल टेक्नोलॉजीज), डॉ. सुरेश अग्रवाल (चैरमैन – प्रज्ञान फाउंडेशन) सहित ‘वी आर द कॉमन पीपल’ और ‘स्वप्नपुरण वेलफेयर ट्रस्ट’ ने भी सहारा प्रदान किया।
सामाजिक प्रभावशाली और मुख्य संरक्षक लायन & रोटेरियन आशिष बसक ने कहा कि यह प्रतियोगिता उनके ‘सेवा सर्वेणम्’ के आदर्श के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों तक सेवा का प्रसार करना है।
कार्यक्रम के अंत में लायन प्रो. डॉ. पार्थसारथि चक्रबर्ती ने धन्यवाद ज्ञापन दिया और यह बताया कि कुश्ती केवल बल का परिक्षण नहीं, बल्कि शरीर की फिटनेस और मस्तिष्क-संचालित रणनीति का सुंदर समन्वय है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल खेल को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि युवाओं का सर्वांगीण विकास भी सुनिश्चित होगा।
यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जो प्रो. डॉ. लीना एस. चक्रबर्ती की अमर स्मृति को सम्मानित करने के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत भी बना।
