शिवपुर स्थित मयूराम नृत्यांगन डांस एंड आर्ट एकेडमी ने अपने 10वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में भव्य सांस्कृतिक समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर शिक्षिका देबलीना चटर्जी ने बताया कि मयूराम के दसवें वर्षगांठ पर एक नई सोच के साथ कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई थी।
उन्होंने कहा कि गाजन मेला सिर्फ एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह लोक संस्कृति, आस्था और जनजीवन से जुड़ा हुआ एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो मंचन के माध्यम से आने वाली पीढ़ियों को इतिहास, लोकविश्वास और भावनाओं से अवगत करा सकता है। इस मेले का मंचन अंधविश्वास को दूर करने, ज्ञानवृद्धि और समानता का संदेश देने का माध्यम भी बन सकता है।
समारोह में गाजन मेले की झलक पेश की गई, जिसमें बंगाल की मिट्टी और संस्कृति से जुड़े लोक उत्सवों को दर्शाया गया। बच्चों ने जलेबी, पापड़, गाजा जैसे पारंपरिक व्यंजनों के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। इनमें आनंदलोक, ध्रुपद नृत्य (भरतनाट्यम), अनुभव के आवर्त में रबी, आबोल ताबोल, छाया का शरीर – आलोक में ऋतुपर्ण, आंचल के सुर, छाया संगिनी, माटी का उत्सव, Love of Innocence, Unconditional Love, सलिल स्मरणे, तासेर देश – हम लाएंगे सपनों की क्रांति जैसे कार्यक्रम शामिल थे।
पूरे आयोजन में कला, संस्कृति और सामाजिक संदेश का अनोखा संगम देखने को मिला, जिसे दर्शकों ने भरपूर सराहा।
