संवेदना, सेवा और संकल्प का उत्सव: आईएमए भुवनेश्वर ने मनाया स्थापना दिवस

भुवनेश्वर की चिकित्सा बिरादरी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि इतिहास केवल यादों का नहीं, प्रेरणाओं का भी स्रोत होता है। भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) भुवनेश्वर और IMA एडवांस मेडिकल साइंस (ओडिशा) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित स्थापना दिवस समारोह न केवल एक आयोजन था, बल्कि एक प्रेरक यात्रा की पुनःप्रविष्टि थी — एक ऐसे डॉक्टर की विरासत में, जिनका योगदान आज भी ओडिशा की स्वास्थ्य सेवा को दिशा देता है।

इस विशेष दिन पर आयोजित हुआ “चौथा डॉ. मनसा चरण मालाकर स्मृति व्याख्यान” — एक ऐसा नाम, जो निस्वार्थ सेवा, नवाचार और चिकित्सा समर्पण का प्रतीक है।

डॉ. एम.सी. मालाकर, जिन्होंने 1935 में एच.एच. महाराजा प्रताप चंद्र भंजदेव के अनुरोध पर और भारत रत्न डॉ. बिधान चंद्र रे के मार्गदर्शन में मयूरभंज स्टेट हॉस्पिटल में सेवा देना स्वीकार किया, वो पहले व्यक्ति थे जिन्होंने ओडिशा में पहली कार्यशील एक्स-रे मशीन और आधुनिक नैदानिक प्रयोगशाला की स्थापना की। स्वतंत्रता के बाद उन्होंने राज्य स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं दीं और सिविल सर्जन के रूप में सेवानिवृत्त हुए।

इस वर्ष का व्याख्यान विषय था — “डॉक्टर, अच्छे डॉक्टर और महान डॉक्टर”। वक्ता थे प्रतिष्ठित डॉ. प्रदीप कुमार पटनायक, एम.एस., जिन्होंने डॉक्टर होने के मानवीय और नैतिक पक्षों को उजागर करते हुए एक गहन दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।

ओडिशा के कोने-कोने से 100 से अधिक चिकित्सकों ने समारोह में भाग लिया, जो यह दर्शाता है कि यह आयोजन केवल स्मृति नहीं, बल्कि प्रेरणा का केंद्र भी है।

कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई डॉ. भारद्वाज मिश्रा, अध्यक्ष, और डॉ. प्रत्युष कुमार रे, सचिव, IMA भुवनेश्वर ने। व्याख्यान के बाद डॉ. मिश्रा, डॉ. सजलेंदु मालाकार, डॉ. रे और परिमल मालाकार द्वारा वक्ता का सम्मान किया गया।

एक विरासत जो आज भी जीवित है…

यह समारोह केवल अतीत को नमन नहीं था, यह वर्तमान से एक वादा भी था — कि चिकित्सा का यह पवित्र पेशा, डॉ. मालाकर जैसे महान आत्माओं की प्रेरणा से, सेवा, सत्यनिष्ठा और संवेदना के पथ पर आगे बढ़ता रहेगा।

संवेदना, सेवा और संकल्प का उत्सव: आईएमए भुवनेश्वर ने मनाया स्थापना दिवस

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