समाज सेवী संघ की 80वीं वर्षगांठ पर दुर्गापूजा थीम का अनावरण – “पथेर पांचाली 1946”

समाज सेवী संघ, जिसकी नींव वर्ष 1946 में भीषण सांप्रदायिक दंगों के दौर में रखी गई थी, इस वर्ष अपनी 80वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस अवसर पर क्लब ने अपने दुर्गापूजा 2025 की थीम का अनावरण किया – “पथेर पांचाली 1946”, जो एक पड़ोस के एकजुट होने और मानवीयता की जीत की गाथा को पुनर्जीवित करता है।

समारोह में प्रख्यात ऐतिहासिक विद्वान श्रीमती तपति गुहठाकुरता, श्री वैष्णवर चटर्जी (एम.एम.आई.सी., कोलकाता नगर निगम), श्रीमती चैताली चटर्जी (चेयरपर्सन, बरो 8 एवं काउंसिलर, वार्ड 90), श्री सौरभ बसु (काउंसिलर, वार्ड 86), श्री सृंजय बसु (प्रधान संरक्षक), श्री सुमित सरकार (माननीय अध्यक्ष), श्री पवन खेतान (कार्यकारी अध्यक्ष), श्री अरिजीत मैत्रा (सामान्य सचिव), श्री चंदन बसु (कोषाध्यक्ष), कलाकार श्री प्रदीप दास एवं संगीतकार-गायक श्री दीपमय दास सहित कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

1946 के कोलकाता दंगों ने पूरे समाज को झकझोर दिया था। उस कठिन समय में लेक रोड के युवाओं ने किसी नारे या आंदोलन के बजाय मानवता की रक्षा का संकल्प लिया। प्रेरणा मिली लीला राय, अनिल राय, शरतचंद्र बसु, मेघनाद साहा, स‍र यदुनाथ सरकार और इंडियन नेशनल एम्बुलेंस कोर के कार्यों से। युवाओं ने गली-मोहल्लों की रक्षा, जरूरतमंदों की सहायता, भोजन वितरण और प्राथमिक चिकित्सा जैसे कार्य शुरू किए।

इसी बीच लीला राय का प्रस्ताव आया – “आइए, दुर्गापूजा का आयोजन करें”। यह केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं था, बल्कि राहत कार्य जारी रखने और सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश देने का माध्यम था। इसी प्रकार पहली दुर्गापूजा आयोजित हुई, और समाज सेवী संघ का जन्म हुआ—एक संगठन के रूप में नहीं, बल्कि एक अटूट प्रतिबद्धता के रूप में।

विशेष पहल – “द मॉडल स्ट्रीट”

संघ ने अपने सामाजिक प्रकल्प “द मॉडल स्ट्रीट” की शुरुआत की है, जिसके अंतर्गत लेक रोड जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व वाले इलाके को नए स्वरूप में प्रस्तुत किया जाएगा। यह केवल सौंदर्यीकरण का कार्य नहीं, बल्कि उस राह की आत्मा को सम्मान देने का प्रयास है, जिसने 1946 से आज तक इंसानियत और भाईचारे की मिसाल कायम की है।

क्लब संगीत का लोकार्पण

80वीं वर्षगांठ को यादगार बनाने के लिए क्लब का विशेष गीत भी जारी किया जाएगा। इस गीत की रचना और संगीत प्रतिभाशाली लोकसंगीतकार दीपमय दास ने किया है।

दुर्गापूजा 2025 थीम

थीम “पथेर पांचाली 1946” इस बात को रेखांकित करती है कि कैसे हिंसा और भय की छाया में शुरू हुई एक दुर्गापूजा, अस्तित्व और उम्मीद का प्रतीक बन गई, और आज लगभग 80 वर्ष बाद भी वही प्रतीक समाज को एकजुट रखने का संदेश देती है।

समाज सेवী संघ की 80वीं वर्षगांठ पर दुर्गापूजा थीम का अनावरण – “पथेर पांचाली 1946”

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