फिल्म, संस्कृति और जलवायु जागरूकता के चार दिवसीय महापर्व की शुरुआत आज Anthropological Survey of India (AnSI) ऑडिटोरियम, कोलकाता में भव्य उत्साह के साथ हुई। Fest5 इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (F5IFF’25) का आयोजन इस वर्ष 5 से 8 सितंबर तक चल रहा है। इस बार फेस्टिवल को विश्वभर से 69 देशों से 550 से अधिक फिल्में प्राप्त हुईं, जिनमें से 30 फिल्मों का चयन स्क्रीनिंग के लिए किया गया है, जो इसकी अंतरराष्ट्रीय पहचान को दर्शाता है।
पिछले वर्ष अपनी सफल शुरुआत के बाद, F5IFF इस बार और भी व्यापक दृष्टिकोण, मजबूत सहभागिता और विशेष रूप से पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन पर केंद्रित थीम के साथ लौट आया है। ये ऐसे वैश्विक मुद्दे हैं, जो आज के युग में बेहद प्रासंगिक हैं और फेस्टिवल की पहचान बनते हैं।
इस अवसर पर फ़ेमस अभिनेत्री एवं पद्मश्री सम्मानित ममता शंकर ने F5IFF’25 का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में श्रीमती गौरी बसु (पूर्व निदेशक, EZCC), प्रो. मनोशी रॉयचौधरी (को-चेयरपर्सन, टेक्नो इंडिया ग्रुप), डॉ. अमित घोष (डिप्टी डायरेक्टर, Anthropological Survey of India), प्रो. शालिनी लिहितकर (DLIS, नागपुर यूनिवर्सिटी) सहित अनेक गणमान्य व्यक्तित्व उपस्थित रहे।
मीडिया से बातचीत में पद्मश्री ममता शंकर ने कहा,
“सिनेमा हमेशा समाज का दर्पण रहा है, और F5IFF जैसा फेस्टिवल, जो पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और मानव गरिमा पर ध्यान केंद्रित करता है, आज के समय में अत्यंत प्रासंगिक है। यह फेस्टिवल दुनिया भर की आवाजों को एकत्रित कर प्रकृति, संस्कृति और मानवता के लिए एकजुट करता है। F5IFF केवल एक फिल्म उत्सव नहीं, बल्कि एक आंदोलन है, जो हमें बेहतर भविष्य के लिए सोचने, महसूस करने और कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।”
F5IFF के निदेशक श्री सौरव दे ने कहा,
“विश्वभर के फिल्म निर्माताओं द्वारा हमारे फेस्टिवल को मान्यता मिलने और बेहतरीन उत्साह के साथ भागीदारी करना हमारे लिए गर्व की बात है। F5IFF स्वतंत्र आवाजों के लिए एक ऐसा मंच तैयार कर रहा है जहाँ वैश्विक सिनेमा के साथ साथ सामाजिक प्रासंगिकता और सांस्कृतिक विरासत को भी समान रूप से प्रस्तुत किया जाता है। इस वर्ष ‘सत्यजीत रे स्टूडेंट फिल्म अवार्ड्स’, ‘बिब्लियोफीलिया’, और ‘फिल्म्स ऑन एंथ्रोपोलॉजी’ जैसे नए श्रेणियों की शुरुआत की गई है, जिससे यह केवल एक फिल्म प्रदर्शन नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक आंदोलन बनता जा रहा है।”
Anthropological Survey of India के निदेशक प्रो. बी.वी. शर्मा ने इस सहयोग का स्वागत करते हुए कहा,
“पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन पर फोकस हमारी संस्था के मिशन से गहराई से जुड़ा है, जो समुदायों और उनके पारिस्थितिकी तंत्र के बीच संबंध को समझने का कार्य करती है। सिनेमा की ताकत सीमाओं को पार कर देती है, और F5IFF’25 एक ऐसा मंच है जहाँ संस्कृति, विज्ञान और स्थिरता एक वैश्विक दर्शकों के लिए एक साथ आती है।”
इस साल का संस्करण विशेष रूप से युवाओं की भागीदारी और शिक्षा पर जोर देता है, और कोलकाता के प्रमुख विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी स्थापित की गई है। चार दिनों के दौरान F5IFF’25 में फिल्म निर्माता, सिनेप्रेमी, वितरक, निर्माता और सांस्कृतिक नेता एकत्रित होंगे, जिससे कोलकाता को वैश्विक सिनेमा का एक संवेदनशील केंद्र बनाने में मदद मिलेगी।
