मेंटल हेल्थ सोसाइटी (MHS) — एक समग्र मानसिक कल्याण संगठन — ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आयोजित किया अपना प्रमुख कार्यक्रम “माइंडस्केप: कन्वर्सेशन्स फॉर चेंज”। यह विशेष आयोजन कोलकाता के इंडियन म्यूज़ियम में हुआ, जहाँ पूरे दिन विचार, सहानुभूति और संवाद का सुंदर संगम देखने को मिला।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य था मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुली बातचीत को प्रोत्साहित करना, समाज में संवेदनशीलता और समावेशिता बढ़ाना तथा ऐसे स्थान बनाना जहाँ मन और हृदय बिना किसी कलंक या चुप्पी के एक-दूसरे से जुड़ सकें।
मेंटल हेल्थ सोसाइटी की स्थापना नम्रता भौमिक ने की थी, जो एक RCI-पंजीकृत काउंसलिंग मनोवैज्ञानिक और मनोविज्ञान की सहायक प्राध्यापक हैं। वर्ष 2023 में एक ऑनलाइन मंच के रूप में अपनी यात्रा शुरू करने वाला यह संगठन अब दुमदुम कैंटोनमेंट में अपने ऑफलाइन सेंटर के साथ मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
इस वर्ष का “माइंडस्केप” आयोजन सुष्मिता चक्रवर्ती, प्रशासनिक प्रबंधक एवं वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक (MHS), के नेतृत्व में हुआ, जिनके निर्देशन में यह कार्यक्रम सफल और जीवंत रूप ले सका।
उत्सव की शुरुआत हुई न्यूरोडायवर्स बच्चों की संगीतमय प्रस्तुति से, जिसने दर्शकों के बीच विविधता और सृजनात्मकता का सुंदर संदेश पहुँचाया। इसके बाद हुआ एक विचारोत्तेजक पैनल डिस्कशन —
पहले सत्र का विषय था “न्यूरोडायवर्सिटी का आलिंगन: शिक्षा, कार्यस्थल और समाज में समावेशिता की नई दृष्टि”, जिसमें शामिल थे एमिली बनर्जी, सुमित्रा पॉल बक्सी, धूपछाया मजूमदार, मोहिनी ओझा, नीलांजना रांबोथु और डॉ. रुद्रजीत सिन्हा। सत्र का संचालन किया देवदत्ता मंडल (MHS के कार्यक्रम समन्वयक) ने।
दूसरे सत्र का विषय था “बच्चों और युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर सामाजिक गतिशीलता का प्रभाव”, जिसका संचालन किया देवांगना भट्टाचार्य ने। इस चर्चा में शामिल थे मिनाली शहदेव, डॉ. मधुरीमा दासगुप्ता, सुदीपा बर्धन मजूमदार, श्रेयसी भौमिक सिन्हा, रूपलेखा सिन्हा राय, पौलमी पाल और आशिष बसाक।
इसके अलावा, कार्यक्रम में प्रख्यात मनोवैज्ञानिक जोनाकी मुखर्जी, सिद्धार्थ सान्याल, पापड़ी दास, मनोचिकित्सक डॉ. अर्क अधवर्यु, डॉ. सुप्रतीक कुंडु, डॉ. अरुंधति विश्वास, तथा शिक्षाविद डॉ. अनिंदिता मुखर्जी और डॉ. नीलांजना मित्रा ने भाग लिया। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य में सहानुभूति, स्वीकृति और समावेशिता के महत्व पर विचार साझा किए।
कार्यक्रम में वैकल्पिक थेरेपी सत्रों के माध्यम से कला, संगीत और नृत्य के जरिए मानसिक संतुलन और रचनात्मक उपचार की संभावनाओं को प्रदर्शित किया गया।
विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे प्रसिद्ध नृत्यांगना एवं समाजसेविका अलोकानंदा राय, लोकप्रिय आरजे अत्रित्रा, भारतीय क्रिकेटर ईशान पोरेल, डिजिटल इन्फ्लुएंसर आराधना चटर्जी, और अभिनेता कोलाज सेनगुप्ता।
कार्यक्रम का समापन हुआ बंगाली लोकसंगीत बैंड ‘शब्द कल्पना धूम’ के ऊर्जावान प्रस्तुति के साथ, जिसने मन, संगीत और समुदाय की एकता का सुंदर उत्सव रचा।
“माइंडस्केप: कन्वर्सेशन्स फॉर चेंज” केवल एक आयोजन नहीं बल्कि एक आंदोलन है — जो यह संदेश देता है कि मानसिक स्वास्थ्य पर खुली बातचीत ही परिवर्तन की सबसे पहली सीढ़ी है।
