बेहाला बालानंद ब्रह्मचारी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (BBBHRC) ने मलेशिया के सूत्रा फाउंडेशन के सहयोग से “मनोनंजलि – ए म्यूज़िकल बोनांज़ा” नामक भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य की एक मनमोहक संध्या का आयोजन बेहाला सरत सदन में किया।
चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में अपनी परोपकारी भूमिका के लिए प्रसिद्ध BBBHRC का मानना है कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य भी समग्र स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण अंग है, और कला एवं संस्कृति मन और आत्मा को स्वस्थ रखने में अमूल्य भूमिका निभाती हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रसिद्ध गायिका विदूषी हैमंती शुक्ला के सुरम्य गायन से हुई, जिन्होंने अपनी मधुर वाणी से पूरे वातावरण को भक्ति और भावनाओं से भर दिया। इसके पश्चात सूत्रा फाउंडेशन, मलेशिया के आर्टिस्टिक डायरेक्टर दातुक रामली इब्राहिम द्वारा प्रस्तुत “राधा प्रेम लीला” नामक ओडिसी नृत्य-नाट्य प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
ओडिशा की लोक परंपराओं से प्रेरित इस नृत्य प्रस्तुति ने राधा के दिव्य प्रेम को अत्यंत भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया, जो धर्म और संस्कृति की सीमाओं से परे एक सार्वभौमिक संदेश देता है।
कार्यक्रम का सबसे प्रेरक क्षण तब आया जब एक मुस्लिम कलाकार ने “राधे राधे” का मंचन किया, जो धर्मनिरपेक्षता और कला की एकता की शक्ति का प्रतीक था।
इस अवसर पर BBBHRC द्वारा 22 विशिष्ट व्यक्तित्वों को समाज में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
“मनोनंजलि” के माध्यम से BBBHRC ने पुनः यह संदेश दिया कि स्वास्थ्य, कला और संस्कृति का संगम ही समग्र जीवन का आधार है। इस आयोजन ने भारत और मलेशिया के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और प्रगाढ़ किया तथा संगीत और नृत्य की सार्वभौमिक भाषा के माध्यम से मानवीय एकता का उत्सव मनाया।
मीडिया ब्रीफिंग दीपक सरकार, मानद सचिव, बेहाला बालानंद ब्रह्मचारी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर द्वारा की गई।


 
		 
		 
		