भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य की समृद्ध परंपरा को समर्पित एक भव्य आयोजन “भारत संस्कृति यात्रा 2025” इस महीने कोलकाता के नज़रुल मंच पर आयोजित होने जा रहा है। यह तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव 27 और 28 नवंबर की शाम तथा 29 नवंबर 2025 की पूरी रात तक चलेगा।
इस आयोजन की घोषणा करते हुए हिंदुस्तान आर्ट एंड म्यूजिक सोसाइटी के संयोजक श्री दीपक सरकार और सचिव पंडित प्रोसेनजीत पोद्दार ने बताया कि यह उत्सव दक्षिण पूर्व एशिया का इस वर्ष का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन होगा।
संस्कृति प्रेमियों तक इस उत्सव का संदेश पहुँचाने के उद्देश्य से संस्था ने कोलकाता प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया, जिसमें अनेक प्रसिद्ध कलाकार और गणमान्य व्यक्तित्व उपस्थित थे। इस अवसर पर सम्मेलन के अध्यक्ष श्री देबाशीष कुमार (विधायक), तबला के दिग्गज कलाकार पंडित कुमार बोस, पंडित संजय मुखर्जी, पंडित विक्रम घोष, पंडित तन्मय बोस, पंडित मल्लार घोष, पंडित तरुण भट्टाचार्य, पंडित प्रोसेनजीत पोद्दार, संगीत कलाकार श्री राघव चटर्जी, कथक गुरु मधुमिता रॉय, और ओडिसी नृत्यांगना गुरु संचिता भट्टाचार्य सहित अनेक कलाकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
इस अवसर पर श्री देबाशीष कुमार ने कहा —
“कोलकाता सदैव भारतीय कला और संस्कृति का केंद्र रहा है। भारत संस्कृति यात्रा हमारी विरासत और प्रतिभा का गौरवशाली प्रतिबिंब है। यह आयोजन न केवल कलाकारों को जोड़ता है, बल्कि परंपरा और नवीनता के बीच एक सांस्कृतिक सेतु का निर्माण भी करता है।”
प्रख्यात तबला वादक पंडित कुमार बोस ने कहा —
“यह यात्रा सिर्फ एक संगीत महोत्सव नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा है, जहाँ लय, सुर और भक्ति एक साथ प्रवाहित होते हैं। यह युवा और वरिष्ठ कलाकारों के लिए एक साझा मंच है।”
प्रसिद्ध संतूर वादक पंडित तरुण भट्टाचार्य ने कहा —
“आज की तेजी से बदलती दुनिया में अपनी सांस्कृतिक जड़ों को बनाए रखना अनिवार्य है। भारत संस्कृति यात्रा परंपरा और आधुनिकता के बीच सेतु का कार्य करती है और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती है।”
सचिव पंडित प्रोसेनजीत पोद्दार ने कहा —
“हमारा उद्देश्य भारतीय संस्कृति की आत्मा का उत्सव मनाना है, जहाँ दिग्गज और नवोदित कलाकार एक मंच पर आते हैं। इस आयोजन के माध्यम से हम कला, शांति और सौहार्द का संदेश फैलाना चाहते हैं।”
संयोजक श्री दीपक सरकार ने कहा —
“कलाकारों और दर्शकों के उत्साह से हर वर्ष यह उत्सव और अधिक भव्य बनता जा रहा है। हम सभी को नज़रुल मंच पर आमंत्रित करते हैं कि वे इस तीन दिवसीय सुमधुर संगीत और नृत्य से भरे महोत्सव के साक्षी बनें।”
तीन दिनों तक चलने वाला भारत संस्कृति यात्रा 2025 एक अनूठा सांस्कृतिक संगम बनने जा रहा है — जहाँ भारत के कोने-कोने से आए प्रख्यात गुरुओं और युवा कलाकारों की प्रस्तुति से नज़रुल मंच गूंज उठेगा। भारतीय परंपरा, कला और गौरव का यह उत्सव न केवल बंगाल बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक आत्मा का प्रतीक बनेगा।

