बंगाल की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संगीत के माध्यम से सामने लाने के उद्देश्य से कोलकाता के प्रतिष्ठित उत्तम मंच में “माई वर्ड्स, माई सॉन्ग्स” (আমার কথা আমার গান) शीर्षक से एक खास म्यूज़िकल शाम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के आयोजक थे प्रतिभाशाली गायक और गीतकार संजय चट्टोपाध्याय।
कार्यक्रम की शुरुआत लोकप्रिय गायिका झुमकी सेन के सुरमय डुएट से हुई, जहाँ उन्होंने संजय चट्टोपाध्याय के साथ मिलकर दर्शकों को भावपूर्ण प्रस्तुतियाँ दीं। उसके बाद उनके सोलो गानों ने भी सभागार में उपस्थित संगीत प्रेमियों से वाहवाही बटोरी।
मंच पर आगे आए गायक रणबीर दास, जिन्होंने अपनी सुरीली आवाज़ में चुने हुए बंगाली गीतों को प्रस्तुत कर नॉस्टैल्जिया का एहसास जगाया। इसके अतिरिक्त, पियाली दास ने एक श्रुति-नाटक का भावपूर्ण प्रदर्शन कर शाम को नाटकीयता और कलात्मकता से भर दिया।
संजय चट्टोपाध्याय अब तक 150 से अधिक बंगाली गीतों की रचना कर चुके हैं। यह म्यूज़िकल शाम उनके सृजनात्मक सफर और ‘बंगालियाना’— अर्थात बंगाली संस्कृति और भावनाओं की पहचान—को मंच पर उत्साहपूर्वक प्रस्तुत करने का एक सुंदर प्रयास था।
कार्यक्रम के समापन पर बिज़नेस एंटरप्रेन्योर रुद्र सेन ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने कहा कि ऐसे सांस्कृतिक आयोजन न केवल बंगाली दर्शकों के लिए, बल्कि बंगाली संस्कृति को चाहने वालों के लिए भी एक सुखद अनुभव प्रदान करते हैं। साथ ही, उन्होंने भविष्य में भी इसी तरह के और कार्यक्रमों की उम्मीद जताई।

