
कोलकाता के साल्ट लेक स्थित ऐकटन ऑडिटोरियम में शनिवार, 22 मार्च को एक भव्य साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ घटित हुईं, जिसमें बंगाली विश्वकोश के आवरण का अनावरण, साहित्य जगत के महान कवि पृथ्वीराज-प्रकाशक मिलन समारोह, गुणीजन सम्मान और ‘विश्व जननी’ बांग्ला भाषा साहित्य पत्रिका का लोकार्पण शामिल थे।
कार्यक्रम का उद्घाटन युवा कल्याण विभाग के अधिकारी दिलीप कुमार विश्वास ने किया। उद्घाटन भाषण प्रख्यात बाल साहित्यकार और बंगाली विश्वकोश के संपादक अब्दुल करीम महासोय ने दिया। उनके भाषण में साहित्य और संस्कृति के महत्व पर जोर दिया गया और उन्होंने इस तरह के आयोजनों को साहित्यिक जगत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
इस अवसर पर नृत्य, गीत, भाषण और कविता पाठ जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए, जिससे उपस्थित दर्शकों का मन मोहित हो गया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ‘विश्व जननी’ बांग्ला भाषा साहित्य पत्रिका का कवर अनावरण था, जिसे संपादक सईदा बेगम ने किया।
इस समारोह में कई प्रमुख साहित्यिक और सांस्कृतिक हस्तियाँ उपस्थित थीं। डॉ. अब्दुल रईस उद्दीन, कवि पृथ्वीराज सेन, अंतरराष्ट्रीय अमर भारत पत्रिका के संपादक शकील अहमद, पत्रिका के सह संपादक मनोरंजन हलदर, उपाध्यक्ष पशुपति विश्वास, डॉ. सोहिनी चक्रवर्ती, शशि बाला बर्मन, सोहेल अख्तर, और सलाहकार बोर्ड के सदस्य भोलानाथ हलदर जैसे महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों ने इस आयोजन को गौरवमयी बनाया।
इस कार्यक्रम में लगभग 350 कवि, लेखक, कलाकार और प्रकाशक उपस्थित थे, जो साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए सम्मानित किए गए। सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन सुप्रिया घोष महाशय ने किया, जो इस आयोजन की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए कार्यक्रम को व्यवस्थित और आकर्षक बनाते रहे।
यह कार्यक्रम साहित्य, कला और संस्कृति के प्रति सम्मान और समर्पण का प्रतीक बनकर कोलकाता में एक नई प्रेरणा और उमंग लेकर आया।