भारत संस्कृति उत्सव 2025 की पत्रकार वार्ता संपन्न—दिसंबर में बर्धमान और कोलकाता में होगा भव्य आयोजन

भारत की विविध कला-परंपराओं को এক मंच पर लाने वाले “भारत संस्कृति उत्सव 2025” की आधिकारिक घोषणा को लेकर हाल ही में कोलकाता प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। आयोजकों ने बताया कि उत्सव का प्रथम चरण 18 से 22 दिसंबर 2025 तक पूर्व बर्धमान के टाउन हॉल मैदान और विभिन्न सभागारों में आयोजित होगा। इसके बाद दूसरा चरण 25 से 31 दिसंबर 2025 तक बिहाला ब्लाइंड स्कूल ग्राउंड, बिहाला ब्लाइंड स्कूल हॉल और बिहाला सरत सदन, कोलकाता में प्रतिदिन सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक चलेगा।

उत्सव का मूल उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य और ललित कलाओं के माध्यम से सामाजिक और सांस्कृतिक विकास को प्रोत्साहित करना है। आयोजकों ने कहा कि बच्चों और युवाओं में भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ाना, सामाजिक अस्थिरता के दौर में कला के माध्यम से मन को सकारात्मक दिशा देना और विश्व-पटल पर भारतीय कला की श्रेष्ठता को स्थापित करना इस उत्सव की प्रमुख प्रेरणाएँ हैं।

उत्सव के प्रमुख संयोजक और सामाजिक कार्यकर्ता श्री दीपक सरकार ने पत्रकारों को बताया—
“इस वर्ष हमने वियतनाम, दुबई, थाईलैंड और मलेशिया में ‘भारत संस्कृति यात्रा’ के अंतरराष्ट्रीय आयोजन सफलतापूर्वक पूरे किए हैं। भारत संस्कृति उत्सव 2024 के सफल प्रतिभागियों को इन देशों में निःशुल्क प्रदर्शन का अवसर मिला। अगले वर्ष (2026) भी हम वियतनाम, सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड और स्विट्ज़रलैंड में अंतरराष्ट्रीय यात्रा का आयोजन करेंगे। इस वर्ष के कृतिकार प्रतिभागियों को भी विदेशों में निःशुल्क प्रस्तुति का अवसर दिया जाएगा।”
उन्होंने आगे बताया कि इस वर्ष भी योग्य प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार, एक वर्ष की छात्रवृत्ति, और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर निःशुल्क प्रस्तुति का विशेष अवसर मिलेगा।

उत्सव के वरिष्ठ संरक्षक एवं विश्वप्रसिद्ध संतूर वादक पंडित तरुण भट्टाचार्य ने घोषणा की कि इस वर्ष त্রিধারা सम्मिलनी और वर्तमान पत्रिका के सहयोग से “वर्ष का सर्वश्रेष्ठ शास्त्रीय संगीत सम्मेलन” का आयोजन कोलकाता के नज़्रूल मंच में किया जाएगा। यह सम्मेलन 27 और 28 नवंबर की संध्या, तथा 29 नवंबर 2025 की पूरी रात चलेगा। विश्वभर के प्रतिष्ठित कलाकार इसमें भाग लेंगे।

इस दिन की पत्रकार वार्ता में भारतीय संगीत एवं नृत्य जगत के अनेक दिग्गज उपस्थित थे—
पंडित तरुण भट्टाचार्य, नृत्यगुरु अमिता दत्ता, गुरु केया चंद, गुरु मधुमिता राय, गुरु सुतपा तालुकदार, गुरु पौषाली मुखर्जी, डॉ. पुस्पिता मुखर्जी, डॉ. संजीता भट्टाचार्य, डॉ. अर्कदेव भट्टाचार्य, विख्यात तबला वादक पंडित मल्लार घोष, तथा संगीत–नृत्य जगत के कई अन्य प्रमुख कलाकार।

साथ ही उपस्थित रहे—
पूर्व सांसद और पश्चिम बंगाल माइनॉरिटी सेल के चेयरमैन प्रो. डॉ. मुमताज़ संघमिता, कोलकाता नगर निगम के बरो चेयरमैन माननीय सुदीप पोल्ले, पार्षद श्री रूपक गांगुली, तथा कई अन्य सांस्कृतिक हस्तियाँ और बुद्धिजीवी।

भारतीय कला, परंपरा और सामाजिक सरोकारों का संगम लिए भारत संस्कृति उत्सव 2025 की यह घोषणा पूरे सांस्कृतिक जगत में उत्साह का संचार कर रही है।

भारत संस्कृति उत्सव 2025 की पत्रकार वार्ता संपन्न—दिसंबर में बर्धमान और कोलकाता में होगा भव्य आयोजन

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